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थायराइड दूर करने के 11 अचूक आयुर्वेदिक उपाय

بواسطة DAILY HEALTHY TIPS
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تم نشره في 2021/11/07

#थायराइड दूर करने के 11 अचूक आयुर्वेदिक उपाय गाजर औऱ हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन ए अधिक मात्रा में पाया जाता है। अदरक में मौजूद गुण जैसे पोटैशियम, मैग्नीशियम आदि थायरॉयड की समस्या से निजात दिलाते हैं। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण थायरॉयड को बढ़ने से रोकता है। गेहूं और ज्वार आयुर्वेद में थायराइड की समस्या को दूर करने का बेहतर और सरल प्राकृतिक उपाय है। Facebook टेंशन, खाने में आयोडीन की कमी या ज्यादा इस्तेमाल, दवाओं के साइड इफेक्ट के अलावा अगर परिवार में किसी को पहले से थायराइड की समस्या है तो भी इसके होने की संभावना ज्यादा रहती है। पुरूषों से ज्यादा महिलाएं इस रोग का शिकार होती हैं। जिसकी वजह से कई तरह की दूसरी बीमारियों के होने का भी खतरा बना रहता है। तो इस बीमारी को आयुर्वेदिक उपायों द्वारा कैसे दूर किया जा सकता है जानेंगे इसके बारे में। 1. थायरॉयड के मरीज जल्दी ही थक जाते हैं। ऐसे में मुलेठी का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है। मुलेठी में मौजूद तत्व थायरॉयड ग्रंथी को संतुलित बनाते हैं और थकान को ऊर्जा में बदल देते हैं। 2.जौ, पास्ता और ब्रेड आदि साबुत अनाज का सेवन करने से थायरॉइड की समस्या नहीं होती क्योंकि साबुत अनाज में फाइबर, प्रोटीन और विटामिन्स आदि भरपूर मात्रा में होता है जो थायरॉइड को बढ़ने से रोकता है। 3.थायरॉइड के मरीजों को अपने भोजन में विटामिन ए की मात्रा बढ़ानी चाहिए। विटामिन ए थायरॉइड को कम करता है। गाजर औऱ हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन ए अधिक मात्रा में पाया जाता है। 4.अदरक में मौजूद गुण जैसे पोटैशियम, मैग्नीशियम आदि थायरॉयड की समस्या से निजात दिलाते हैं। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण थायरॉयड को बढ़ने से रोकता है। 5.गेहूं और ज्वार आयुर्वेद में थायराइड की समस्या को दूर करने का बेहतर और सरल प्राकृतिक उपाय है। थायराइड ग्रंथी को बढ़ने से रोकने के लिए आप गेहूं और ज्वार का सेवन करें। 6.इसमें हम शिग्रु पत्र, कांचनार, पुनर्नवा के काढ़ों का प्रयोग कर सकते हैं। काढ़ों का प्रयोग करने के लिए हमें 30 से 50 मिली काढ़ा खाली पेट लेना चाहिए। 7. जलकुंभी, अश्वगंधा या विभीतकी का पेस्ट ग्वाटर के ऊपर लगाएं। पेस्ट को तब तक लगाना है जब तक की सूजन कम न हो जाए। रोग से पीड़ित इन्हीं पौधों के स्वरस का प्रयोग भी कर सकते हैं। 8. अलसी के 1 चम्मच चूर्ण का प्रयोग इस बीमारी में कर सकते हैं। 9. इस बीमारी में नारियल के तेल का प्रयोग भी कर सकते हैं । 1 से 2 चम्मच नारियल का तेल गुनगुने दूध के साथ में खाली पेट सुबह-शाम लेने से भी इस रोग में फायदा होता है। 10. इस बीमारी में विभीतिका का चूर्ण, अश्वगंधा का चूर्ण और पुश्करबून का चूर्ण भी 3 ग्राम शहद के साथ में या गुनगुने पानी के साथ में दिन में दो बार प्रयोग कर सकते हैं। 11. इस बीमारी में धनिये का पानी पी सकते हैं। धनिये के पानी को बनाने के लिए शाम को तांबे के बर्तन में पानी लेकर उसमें 1 से 2 चम्मच धनिये को भिगो दें और सुबह इसे अच्छी तरह से मसल कर छान कर धीरे-धीरे पीने से फायदा होगा। Social Network : /channel/UCcpH4dpAvpYatcffplz0Ypg /c/DailyHealthyTips Facebook link : https://www.facebook.com/parvesh.goel1 INSTAGRAM link : https://www.instagram.com/accounts/professional_account_settings/ twitter link : https://twitter.com/goel_pravesh?t=xg6R5yfN2wzi8ZF0KiVKiQ&s=09 #viewskaisebadhaye #howtogetmoreviews #newyoutuberhelp #Food #HealthCare #Health #subscribers #youtuber #youtubevideos #viral #hindi #DAILYHEALTHYTIPS

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